
20 February 2025 | Daily Current Affairs in Hindi: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट में महाकुंभ के दौरान गंगा जल में फीकल कॉलिफॉर्म की उच्च मात्रा उजागर हुई, जिससे जल प्रदूषण पर गंभीर चिंता जताई गई। राजस्थान बजट 2025-26 में 1.25 लाख नौकरियों, मुफ्त बिजली, सड़क और जल परियोजनाओं की घोषणा की गई। यूपी विधानसभा अनुवाद सुविधा से लैस पहली विधानसभा बनेगी, जिससे बजट सत्र के दौरान महत्वपूर्ण चर्चाओं में मदद मिलेगी। छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती 2025, उनकी 395वीं जयंती के रूप में मनाई जाएगी। भारत-जापान ‘धर्म गार्जियन 2025’ और भारत-मिस्र ‘साइक्लोन III’ सैन्य अभ्यास रक्षा सहयोग को मजबूत कर रहे हैं। केरल सरकार ने पहली बार एक्सपायर्ड दवाओं के सुरक्षित निपटान की परियोजना ‘nPROUD’ शुरू की। भारत और कतर ने रणनीतिक साझेदारी के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। भारत का पहला “ओपन-एयर आर्ट वॉल म्यूज़ियम” मौसम भवन में उद्घाटित हुआ, जो IMD की 150 वर्षों की यात्रा दर्शाता है। ‘वेस्ट रीसाइक्लिंग और क्लाइमेट चेंज 2025’ संगोष्ठी में पर्यावरणीय समस्याओं पर चर्चा हुई। वर्ल्ड रेप्युटेशन रैंकिंग 2025 में IISc समेत चार भारतीय विश्वविद्यालय शामिल हुए, जिसमें IIT दिल्ली और IIT मद्रास भी हैं।
Daily Current Affairs in Hindi (20 February 2025)

1. महाकुंभ में नदी के जल में फीकल कॉलिफॉर्म की उच्च मात्रा, CPCB की रिपोर्ट में गंभीर प्रदूषण उजागर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार, महाकुंभ में नदी के जल में फीकल कॉलिफॉर्म की उच्च मात्रा पाई गई है। फीकल कॉलिफॉर्म मानव और पशु मल से उत्पन्न होने वाले सूक्ष्मजीव होते हैं, जो जल में सीवेज प्रदूषण का संकेत देते हैं। CPCB के अनुसार, नदी का जल नहाने योग्य गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं करता। महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं द्वारा स्नान करने के कारण जल में फीकल कॉलिफॉर्म की मात्रा खतरनाक स्तर तक बढ़ गई है। CPCB मानकों के अनुसार, जल में फीकल कॉलिफॉर्म की अनुमेय सीमा 2,500 इकाई प्रति 100 मिलीलीटर होती है, लेकिन महाकुंभ के दौरान यह सीमा पार कर गई। इस रिपोर्ट पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने उत्तर प्रदेश राज्य के वकील को रिपोर्ट की समीक्षा करने और प्रतिक्रिया दाखिल करने के लिए एक दिन का समय दिया है। जल प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए विशेषज्ञों ने तत्काल सुधारात्मक उपाय अपनाने की सलाह दी है।
2. राजस्थान बजट 2025-26: 1.25 लाख नौकरियां, मुफ्त बिजली, सड़कों व जल आपूर्ति में बड़े निवेश का ऐलान
राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने 2025-26 का राज्य बजट पेश किया, जिसमें बुनियादी ढांचे, जल आपूर्ति और रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया गया है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक राजस्थान की अर्थव्यवस्था को 350 अरब डॉलर तक पहुँचाना है। इस वर्ष राज्य की जीडीपी 19.89 लाख करोड़ रुपये को पार करने की संभावना है। बजट के तहत, 5 लाख घरेलू और 5,000 कृषि बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और मुख्यमंत्री मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर पैनल लगाने वालों को 150 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलेगी। सरकारी विभागों और उपक्रमों में 1.25 लाख भर्तियां पूरी की जाएंगी। 60,000 करोड़ रुपये की लागत से नौ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। 1 लाख से अधिक घरों में गैस पाइपलाइन बिछाई जाएगी। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 1,600 बस्तियों को अगले दो वर्षों में सड़क से जोड़ा जाएगा। पीने के पानी के नए कनेक्शनों के लिए 400 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जयपुर मेट्रो के नए चरण की घोषणा की गई है और बीआरटीएस प्रणाली को हटाया जाएगा ताकि यातायात सुगम हो सके।
3. यूपी विधानसभा बनेगी अनुवाद सुविधा से लैस पहली विधानसभा, बजट सत्र में होगी अहम चर्चाएं
उत्तर प्रदेश विधानसभा देश की पहली ऐसी विधानसभा बनने जा रही है, जहां अनुवाद की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेली और अंग्रेज़ी भाषाओं के अनुवाद पूर्वाभ्यास की समीक्षा की है। प्रस्तावित व्यवस्था को सत्तारूढ़ समिति के समक्ष रखा जाएगा और सदन की स्वीकृति के बाद इसे लागू किया जाएगा।
इस बीच, 18 फरवरी से शुरू हुए बजट सत्र में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, जिनमें प्रयागराज भगदड़ और संभल हिंसा प्रमुख हैं। बजट सत्र 5 मार्च तक चलेगा, जिसकी शुरुआत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से हुई। वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट 20 फरवरी को प्रस्तुत किया जाएगा। 24, 25, 27 और 28 फरवरी को बजट पर विस्तृत चर्चा होगी, जबकि 3, 4 और 5 मार्च को बजट अनुदान की मांगों पर विचार किया जाएगा। 5 मार्च को सरकार द्वारा बजट पारित किया जाएगा, जिससे राज्य की आगामी वित्तीय योजनाओं की दिशा तय होगी।
4. छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती 2025: जानिए 19 फरवरी को क्यों मनाई जाती है ये ऐतिहासिक जयंती
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती हर साल 19 फरवरी को बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाई जाती है। 2025 में, भारत महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती मनाएगा। शिवाजी महाराज, जिनका पूरा नाम शिवाजी भोंसले था, मराठा साम्राज्य के संस्थापक माने जाते हैं। उनका जन्म 1630 में शिवनेरी किले में हुआ था, जो हिन्दू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि थी। 1674 में उन्हें “छत्रपति” की उपाधि से नवाजा गया। शिवाजी महाराज ने बीजापुर की आदिलशाही सल्तनत से अपने लिए एक स्वतंत्र राज्य की स्थापना की, जिसे ‘हिंदवी स्वराज्य’ कहा गया। इस उत्सव की शुरुआत 1870 में महात्मा फुले ने पुणे में की थी, जिन्होंने शिवाजी महाराज की विरासत को आम जनता के बीच पहुँचाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हर साल शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। यह दिन न केवल इतिहास की याद दिलाता है, बल्कि युवाओं को प्रेरित भी करता है।
5. भारत-जापान का ‘धर्म गार्जियन 2025’ और भारत-मिस्र का ‘साइक्लोन III’ सैन्य अभ्यास जारी
‘धर्म गार्जियन 2025’ सैन्य अभ्यास 25 फरवरी से 9 मार्च तक जापान के माउंट फूजी में आयोजित किया जाएगा। यह भारत और जापान के बीच छठा संयुक्त सैन्य अभ्यास होगा। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य संयुक्त शहरी युद्ध और संयुक्त राष्ट्र जनादेश के तहत आतंकवाद-रोधी अभियानों में दोनों सेनाओं के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ाना है। वहीं, 11 फरवरी को भारत और मिस्र की विशेष सेनाओं के बीच ‘साइक्लोन III’ अभ्यास राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ। यह अभ्यास 23 फरवरी को समाप्त होगा। ‘साइक्लोन’ अभ्यास हर साल बारी-बारी से भारत और मिस्र में आयोजित किया जाता है। इसका पिछला संस्करण जनवरी 2024 में मिस्र में हुआ था। इस सैन्य अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करना और रक्षा संबंधों को और अधिक सुदृढ़ बनाना है।
6. केरल सरकार ने पहली बार शुरू की expired दवाओं के सुरक्षित संग्रह व निपटान की परियोजना ‘nPROUD’।
केरल सरकार ने देश में पहली बार घरों से expired और अनुपयोगी दवाओं के सुरक्षित निपटान के लिए एक वैज्ञानिक परियोजना शुरू की है। राज्य औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा संचालित इस पहल का नाम ‘nPROUD’ (New Programme for Removal of Unused Drugs) रखा गया है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज 22 फरवरी को कोझीकोड में इस परियोजना का उद्घाटन करेंगी। इस परियोजना के तहत, या तो अधिकारियों द्वारा घर-घर जाकर अनुपयोगी दवाओं को एकत्र किया जाएगा या फिर निर्दिष्ट स्थानों पर इनके निपटान की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह पहली बार है जब सरकार स्तर पर इस तरह की योजना शुरू की गई है। फिलहाल इसे कोझीकोड निगम और उल्लियरी पंचायत में लागू किया जाएगा, जिसके बाद इसे पूरे राज्य में विस्तार देने की योजना है। वीणा जॉर्ज ने चेताया कि अनुपयोगी दवाओं को लापरवाही से मिट्टी या जल स्रोतों में फेंकने से एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध, स्वास्थ्य समस्याएं और पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है। इन दवाओं का निपटान केरल एन्वायरो इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (KEIL) के वैज्ञानिक रूप से स्वीकृत अपशिष्ट उपचार संयंत्र में किया जाएगा।
7. भारत और कतर ने रणनीतिक साझेदारी के लिए संबंधों को नया आयाम दिया, कई समझौतों पर हस्ताक्षर।
भारत और कतर ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई देते हुए रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने पर सहमति जताई। 17-18 फरवरी 2025 को कतर के अमीर, महामहिम शेख तमीम बिन हमद अल-थानी ने भारत की राजकीय यात्रा की। यह उनकी भारत की दूसरी राजकीय यात्रा थी। 18 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर ने हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान ‘रणनीतिक साझेदारी स्थापना समझौते’ पर हस्ताक्षर किए गए। दोनों देशों ने राजनीति, व्यापार, निवेश, सुरक्षा, ऊर्जा, संस्कृति, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, नवाचार, स्थिरता और जन-संपर्क को मजबूत करने के लिए नियमित और संरचित सहयोग जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। यात्रा के दौरान कुल दो समझौतों और पांच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें कराधान से बचाव, वित्तीय सहयोग, युवा और खेल, दस्तावेज़ एवं अभिलेख, निवेश, और औद्योगिक संबंधों से जुड़े करार शामिल हैं। इस साझेदारी से दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक संबंध और अधिक प्रगाढ़ होने की उम्मीद है।
8. भारत का पहला “ओपन-एयर आर्ट वॉल म्यूज़ियम” मौसम भवन में हुआ उद्घाटन, IMD की 150 वर्षों की यात्रा प्रदर्शित।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारत के पहले “ओपन-एयर आर्ट वॉल म्यूज़ियम” का उद्घाटन नई दिल्ली स्थित मौसम भवन में किया। यह अनोखी कला प्रदर्शनी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की 150 वर्षों की यात्रा को चित्रों के माध्यम से दर्शाती है। इस संग्रहालय में कुल 38 विशेष भित्तिचित्र (म्यूरल्स) शामिल हैं, जो भारत की मौसम विज्ञान यात्रा, मौसम पूर्वानुमान के विकास और कृषि, आपदा प्रबंधन एवं जनजीवन पर इसके प्रभाव को प्रस्तुत करते हैं।
ये कलाकृतियाँ न केवल महत्वपूर्ण मौसमीय घटनाओं को उजागर करती हैं, बल्कि उपग्रह, रडार और आधुनिक तकनीकों के विकास को भी प्रदर्शित करती हैं। IMD द्वारा चक्रवात, मानसून और अन्य चरम मौसम स्थितियों की चेतावनियों से जनजीवन की सुरक्षा में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को भी इनमें दर्शाया गया है। इसके अलावा, ये भित्तिचित्र भारत की साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी सम्मान देते हैं। यह अनूठी पहल “दिल्ली स्ट्रीट आर्ट” संगठन के सहयोग से विकसित की गई है, जिसने IMD मुख्यालय की दीवारों को कला के रंगों से सजाकर एक दर्शनीय स्थल में परिवर्तित कर दिया है।
9. कचरा पुनर्चक्रण और जलवायु परिवर्तन 2025 पर संगोष्ठी, मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया उद्घाटन
नई दिल्ली, 18 फरवरी – भारत में कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘वेस्ट रीसाइक्लिंग और क्लाइमेट चेंज 2025’ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया। इस संगोष्ठी का आयोजन रीसाइक्लिंग एंड एनवायरनमेंट इंडस्ट्री एसोसिएशन ऑफ इंडिया (REIAI) द्वारा किया गया।
भारत हर साल लगभग 62 मिलियन टन कचरा उत्पन्न करता है, जिसमें प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक और खतरनाक कचरे की मात्रा तेजी से बढ़ रही है। मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि बढ़ते लैंडफिल संकट, प्राकृतिक संसाधनों की कमी और अनियंत्रित कचरा निपटान के कारण पर्यावरण को हो रहे नुकसान को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत की सर्कुलर इकॉनमी का बाजार मूल्य 2050 तक 2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है और इससे 1 करोड़ नौकरियां सृजित हो सकती हैं। सरकार ने विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व (EPR) नीति सहित कई नियम लागू किए हैं, जिससे औपचारिक और अनौपचारिक क्षेत्र के पुनर्चक्रण उद्योगों को लाभ मिलेगा।
सरकार ई-कचरा, प्लास्टिक पैकेजिंग, पुराने वाहन, बैटरी और टायर जैसे विभिन्न कचरों के लिए EPR नियम बना चुकी है। लेकिन सतत विकास और संसाधन दक्षता के लिए उद्योग जगत को भी समावेशी चक्रीय अर्थव्यवस्था अपनानी होगी।
10. चार भारतीय विश्वविद्यालय वर्ल्ड रेप्युटेशन रैंकिंग 2025 में शामिल, IISc भारत में शीर्ष पर
टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) वर्ल्ड रेप्युटेशन रैंकिंग 2025 में चार भारतीय विश्वविद्यालयों को स्थान मिला है। भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बेंगलुरु भारत का सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय बना हुआ है। IIT दिल्ली, IIT मद्रास और शिक्ष ‘ओ’ अनुसंधान (Shiksha ‘O’ Anusandhan) भी इस सूची में शामिल हुए हैं। हालांकि, IISc की रैंकिंग 2023 में 101-125 थी, लेकिन अब यह 201-300 के बीच आ गई है। इसी तरह, IIT दिल्ली और IIT मद्रास, जो 2023 में क्रमशः 151-175 और 176-200 रैंक पर थे, अब 201-300 की रेंज में आ गए हैं। शिक्ष ‘ओ’ अनुसंधान पहली बार इस रैंकिंग में शामिल हुआ है और इसकी रैंक 201-300 के बीच है। IIT बॉम्बे, जो 2023 में 151-175 रैंक पर था, इस साल सूची से बाहर हो गया है। वैश्विक स्तर पर, हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने लगातार 14वें वर्ष पहला स्थान हासिल किया है। ऑक्सफोर्ड और MIT संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। शीर्ष 10 में अमेरिका के छह संस्थान शामिल हैं। चीन का त्सिंघुआ विश्वविद्यालय आठवें स्थान पर बना हुआ है। THE वर्ल्ड रेप्युटेशन रैंकिंग वैश्विक स्तर पर अकादमिक प्रतिष्ठा के आधार पर विश्वविद्यालयों को स्थान देती है।
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