29 November 2024 | Daily Current Affairs in Hindi: भारत और जापान के बीच आर्थिक सुरक्षा संवाद शुरू हुआ, जो औद्योगिक और तकनीकी सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से था। इस संवाद का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, और विज्ञान-तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है। वहीं, भारत और सिंगापुर के सैन्य अभ्यास “अग्निवॉरियर 2024” का आयोजन महाराष्ट्र में हुआ, जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच सामरिक कौशल और सहयोग को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने राज्य के पर्यटन, परिवहन, कृषि और उद्यमिता क्षेत्रों में विकास के लिए नई योजनाओं की शुरुआत की। इसी तरह, मैक्स वर्स्टापेन ने चौथी बार F1 वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब जीतकर अपनी शानदार रेसिंग यात्रा को आगे बढ़ाया। दिविथ रेड्डी ने U-8 कैडेट्स विश्व शतरंज चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को गर्वित किया। दक्षिण अफ्रीकी लेखक और कवि ब्रेतन ब्रेतनबाक का निधन हुआ, जिन्होंने अफ्रीकी साहित्य को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित किया। एनएचपीसी के सीएमडी राजकुमार चौधरी को एसजेवीएन के सीएमडी का अतिरिक्त प्रभार मिला, जो कंपनी के विकास में नया मोड़ लाएगा। भारत ने लेह में पहला हरित हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन स्थापित किया, जो स्वच्छ परिवहन की दिशा में एक बड़ा कदम है। अंत में, नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2024 में भारत ने 49वां स्थान प्राप्त किया, जो उसकी डिजिटल अवसंरचना की प्रगति का संकेत है।
Daily Current Affairs in Hindi (29 November 2024)
1. भारत-जापान आर्थिक सुरक्षा संवाद शुरू, औद्योगिक और तकनीकी मजबूती पर चर्चा।
27 नवंबर को भारत और जापान ने टोक्यो में अपनी पहली आर्थिक सुरक्षा संवाद बैठक आयोजित की। इस संवाद का उद्देश्य औद्योगिक और तकनीकी मजबूती को बढ़ावा देना है। बैठक में रणनीतिक व्यापार और तकनीकी सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री और जापान के उप विदेश मंत्री मासाताका ओकानो ने इस बैठक की सह-अध्यक्षता की। इसमें दोनों देशों के प्रमुख मंत्रालयों और एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस संवाद की घोषणा पहली बार 20 अगस्त 2024 को नई दिल्ली में आयोजित भारत-जापान 2+2 मंत्रीस्तरीय बैठक के दौरान की गई थी। चर्चा में आर्थिक सुरक्षा नीतियों पर सहयोग, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने, और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया। जापान-इंडिया एसोसिएशन, जिसकी स्थापना 1903 में हुई थी, दोनों देशों के बीच स्थायी संबंधों का प्रतीक है।
2. भारत-सिंगापुर सैन्य अभ्यास अग्निवॉरियर 2024 महाराष्ट्र में 28-30 नवंबर को आयोजित।
28 नवंबर को भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास अग्निवॉरियर 2024 की शुरुआत हुई। यह अभ्यास महाराष्ट्र के देवलाली फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया जा रहा है, जो आर्टिलरी स्कूल का हिस्सा है। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना और सिंगापुर सशस्त्र बलों की आर्टिलरी इकाइयों के बीच पेशेवर सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना है। इसमें दोनों देश सैन्य अभ्यास और प्रक्रियाओं में अपने सर्वोत्तम अनुभव साझा करेंगे। इसके साथ ही, यह अभ्यास सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक मंच भी प्रदान करेगा, जिससे दोनों देशों के रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे। यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब एक महीने पहले सिंगापुर के रक्षा मंत्री डॉक्टर एनजी एंग हेन ने भारत का दौरा किया और नई दिल्ली में अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ 6वीं भारत-सिंगापुर रक्षा मंत्रियों की वार्ता की सह-अध्यक्षता की। 2025 में भारत और सिंगापुर अपने कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मनाएंगे, जिस पर दोनों मंत्रियों ने रक्षा सहयोग को और आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।
3. नगालैंड के सीएम नेफियू रियो ने पर्यटन, परिवहन, कृषि व उद्यमिता के लिए नई योजनाएं शुरू कीं।
नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने राज्य की आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाएं शुरू कीं। इन पहलों का उद्देश्य राज्य के पर्यटन, परिवहन, कृषि और उद्यमिता क्षेत्रों को सशक्त बनाना है। इनमें उरा कैब, नागालैंड टूरिज्म कनेक्ट – हॉर्नबिल संस्करण, और डिजिटल पिगरी बीमा जैसी योजनाएं शामिल हैं। उरा कैब एक घरेलू टैक्सी एग्रीगेशन प्लेटफॉर्म है, जो पर्यटकों को निर्बाध यात्रा अनुभव प्रदान करता है और स्थानीय टैक्सी चालकों के लिए स्थिर आय के अवसर सृजित करता है। मुख्यमंत्री ने नागालैंड टूरिज्म कनेक्ट – हॉर्नबिल संस्करण को भी हरी झंडी दिखाई। इस पहल के तहत 90 से अधिक नए वाहन शामिल किए गए, जो नागालैंड के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित होंगे। डिजिटल पिगरी बीमा योजना पशुपालकों को उनके मवेशियों की सुरक्षा के लिए बीमा सहायता प्रदान करती है। इन पहलों का उद्देश्य न केवल राज्य की आर्थिक प्रगति को सुदृढ़ करना है, बल्कि लोगों के लिए रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर भी पैदा करना है।
4. मैक्स वर्स्टापेन ने चौथा लगातार F1 वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब जीता, लास वेगास GP में 5वें स्थान पर रहे।
23 नवंबर को मैक्स वर्स्टापेन ने लास वेगास ग्रैंड प्रिक्स में 5वें स्थान पर रहते हुए अपना चौथा लगातार फॉर्मूला 1 वर्ल्ड ड्राइवर्स चैंपियनशिप खिताब जीत लिया। वर्स्टापेन ने रेड बुल के लिए रेस करते हुए सेबेस्टियन वेटल के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। इस रेस में जॉर्ज रसेल ने सभी 50 लैप्स में बढ़त बनाए रखी और इस सीज़न की अपनी दूसरी और करियर की तीसरी जीत हासिल की। वर्स्टापेन फॉर्मूला 1 के इतिहास में कम से कम चार खिताब जीतने वाले छठे ड्राइवर बन गए हैं। इस बीच, फेरारी के लिए कार्लोस सैंज जूनियर ने तीसरे स्थान पर रहते हुए कंस्ट्रक्टर्स चैंपियनशिप में टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। वर्स्टापेन की यह जीत न केवल उनकी निरंतरता और कौशल को दर्शाती है, बल्कि रेड बुल के दबदबे को भी साबित करती है। F1 के इस सीज़न में उनकी अद्वितीय सफलता ने उन्हें आधुनिक युग के सबसे महान ड्राइवर्स में शामिल कर दिया है।
5. दिविथ रेड्डी ने U-8 कैडेट्स विश्व शतरंज चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
हैदराबाद के दिविथ रेड्डी ने अंडर-8 वर्ल्ड कैडेट्स शतरंज चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया। दिविथ ने 11 में से 9 अंक हासिल किए और अपने साथी खिलाड़ी सात्विक स्वैन के बराबर स्कोर किया। हालांकि, टाईब्रेक स्कोर के आधार पर दिविथ को स्वर्ण पदक और सात्विक को रजत पदक मिला। चीन के ज़िमिंग गुओ भी इस तीन-तरफा टाई का हिस्सा थे। दिविथ की FIDE रेटिंग 1784 है, जो उनकी उत्कृष्ट क्षमता और खेल के प्रति समर्पण को दर्शाती है। इस जीत से उन्होंने न केवल अपनी प्रतिभा साबित की, बल्कि भारतीय शतरंज समुदाय को भी गौरवान्वित किया। दिविथ की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि शतरंज में भारत की युवा पीढ़ी विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रही है।
6. दक्षिण अफ्रीकी लेखक और कवि ब्रेतन ब्रेतनबाक का 85 वर्ष की आयु में निधन।
दक्षिण अफ्रीका के प्रसिद्ध लेखक और कवि ब्रेतन ब्रेतनबाक का 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे अपनी साहित्यिक रचनाओं और रंगभेद (अपार्थाइड) की कट्टर आलोचना के लिए जाने जाते थे। ब्रेतनबाक अफ्रीकांस साहित्य के एक प्रमुख स्तंभ थे, जो डच भाषा से विकसित हुई थी और दक्षिण अफ्रीका के गोरे बसने वालों द्वारा उपयोग में लाई जाती थी। रंगभेद, जो 1948 से 1990 तक दक्षिण अफ्रीका के अश्वेत बहुमत पर लागू एक दमनकारी प्रणाली थी, के खिलाफ ब्रेतनबाक का विरोध मुखर और दृढ़ था। इस कारण उन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया और सात वर्षों तक जेल में रखा गया। उनकी प्रसिद्ध पुस्तक “कन्फेशंस ऑफ एन एल्बिनो टेररिस्ट” उनके कारावास और उससे जुड़े अनुभवों का वर्णन करती है। उन्होंने कविता, नाटक, और गद्य में योगदान के लिए अफ्रीकांस साहित्य के प्रतिष्ठित हर्टजॉग पुरस्कार कई बार जीते। उनकी रचनाओं ने न केवल साहित्यिक दुनिया को समृद्ध किया बल्कि सामाजिक न्याय की लड़ाई में भी प्रेरणा दी।
7. एनएचपीसी के सीएमडी राजकुमार चौधरी को एसजेवीएन के सीएमडी का अतिरिक्त प्रभार मिला।
हाइड्रोपावर क्षेत्र की अग्रणी कंपनी एनएचपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) राजकुमार चौधरी को एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। चौधरी वर्तमान में एनएचपीसी के सीएमडी के रूप में कार्यरत हैं और पावर सेक्टर तथा जलविद्युत विकास के क्षेत्र में उनका व्यापक अनुभव है। उन्होंने जलविद्युत परियोजनाओं के विकास के सभी पहलुओं में विशेषज्ञता और गहरी जानकारी हासिल की है। राजकुमार चौधरी ने 1989 में एनएचपीसी में एक परिवीक्षाधीन कार्यकारी (सिविल) के रूप में झारखंड के कोयल कारो जलविद्युत परियोजना में अपनी सेवा शुरू की। उन्होंने सिक्किम में 510 मेगावाट क्षमता वाली तीस्ता-वी जलविद्युत परियोजना के कमीशनिंग में सक्रिय भूमिका निभाई है। चौधरी के नेतृत्व और अनुभव से देश की जलविद्युत परियोजनाओं में नई ऊंचाइयां हासिल होने की उम्मीद है। एनएचपीसी और एसजेवीएन जैसे संस्थानों के प्रमुख पदों पर उनका योगदान देश के ऊर्जा क्षेत्र को और सशक्त करेगा।
8 भारत-जापान आर्थिक सुरक्षा संवाद शुरू, औद्योगिक और तकनीकी मजबूती पर चर्चा।
27 नवंबर को भारत और जापान ने टोक्यो में अपनी पहली आर्थिक सुरक्षा संवाद बैठक आयोजित की। इस संवाद का उद्देश्य औद्योगिक और तकनीकी मजबूती को बढ़ावा देना है। बैठक में रणनीतिक व्यापार और तकनीकी सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री और जापान के उप विदेश मंत्री मासाताका ओकानो ने इस बैठक की सह-अध्यक्षता की। इसमें दोनों देशों के प्रमुख मंत्रालयों और एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस संवाद की घोषणा पहली बार 20 अगस्त 2024 को नई दिल्ली में आयोजित भारत-जापान 2+2 मंत्रीस्तरीय बैठक के दौरान की गई थी। चर्चा में आर्थिक सुरक्षा नीतियों पर सहयोग, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने, और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया। जापान-इंडिया एसोसिएशन, जिसकी स्थापना 1903 में हुई थी, दोनों देशों के बीच स्थायी संबंधों का प्रतीक है।
9. भारत का पहला हरित हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन लेह में स्थापित, स्वच्छ परिवहन का नया युग शुरू।
भारत का पहला हरित हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन लेह, लद्दाख में स्थापित किया गया है। अमारा राजा इंफ्रा ने इस ऐतिहासिक परियोजना का निर्माण पूरा किया, जिसे दो वर्षों में तैयार किया गया। इस सुविधा का उद्घाटन केंद्रीय विद्युत और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने किया। यह स्टेशन प्रतिदिन 80 किलोग्राम हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करने की क्षमता रखता है। इस परियोजना का उद्देश्य लेह और उसके आसपास के क्षेत्रों में शून्य-उत्सर्जन परिवहन को बढ़ावा देना है। एनटीपीसी अब क्षेत्र में पाँच हाइड्रोजन ईंधन सेल बसों को संचालित करेगा। यह परियोजना बड़े पैमाने पर हरित हाइड्रोजन गतिशीलता और भंडारण परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगी। इसके साथ ही, यह परियोजना देशभर में कई हाइड्रोजन ईंधन स्टेशनों की स्थापना और उनके उपयोग के लिए महत्वपूर्ण अध्ययन प्रदान करेगी। यह भारत की ऊर्जा स्वतंत्रता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
10. नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2024 में भारत 49वें स्थान पर, 11 पायदान की छलांग लगाई।
भारत ने नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स (एनआरआई) 2024 में 11 स्थानों की छलांग लगाते हुए 49वां स्थान हासिल किया है। इस साल भारत का स्कोर 53.63 रहा, जो 2023 के 49.93 स्कोर से बेहतर है। यह इंडेक्स वॉशिंगटन डीसी स्थित स्वतंत्र गैर-लाभकारी अनुसंधान और शैक्षिक संगठन, पोरचुलन्स इंस्टीट्यूट द्वारा जारी किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत कई मानकों में अग्रणी है, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), एफटीटीएच इंटरनेट सब्सक्रिप्शन, और मोबाइल ब्रॉडबैंड इंटरनेट ट्रैफिक। भारत ने “एआई वैज्ञानिक प्रकाशनों” और “एआई टैलेंट कंसंट्रेशन” में पहला स्थान हासिल किया है। इसके अलावा, आईसीटी सेवाओं के निर्यात में भी भारत सबसे आगे है। भारत ने एफटीटीएच/बिल्डिंग इंटरनेट सब्सक्रिप्शन और देश के भीतर मोबाइल ब्रॉडबैंड ट्रैफिक में दूसरा स्थान पाया। यह रिपोर्ट 133 अर्थव्यवस्थाओं को चार स्तंभों – प्रौद्योगिकी, लोग, शासन, और प्रभाव – के आधार पर आंका गया है। पिछले एक दशक में, टेलीडेंसिटी 75.2% से बढ़कर 84.69% हो गई है, जबकि वायरलेस कनेक्शन 119 करोड़ तक पहुंच चुके हैं।
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