28 November 2024 | Daily Current Affairs in Hindi: हाल ही में भारत में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुई हैं, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति और विकास को दर्शाया गया है। विश्व मत्स्य दिवस के मौके पर केरल को सर्वश्रेष्ठ समुद्री राज्य और कोल्लम को सर्वश्रेष्ठ जिला चुना गया, जो राज्य के मत्स्य पालन क्षेत्र की सफलता को मान्यता देता है। काज़ीरंगा में 12वें अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मेले का आयोजन हुआ, जिसका उद्देश्य उत्तर-पूर्वी भारत के पर्यटन को बढ़ावा देना था। भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम भी नए मिशनों से भरा हुआ है, जिसमें शुक्रयान 2028, चंद्रयान-4, मंगल मिशन और स्वदेशी स्पेस स्टेशन की योजनाएँ शामिल हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मैथिली और संस्कृत में संविधान के संस्करणों का विमोचन किया, जिससे भारत की सांस्कृतिक विविधता को प्रोत्साहन मिला। इज़राइल-हेज़बोल्लाह संघर्षविराम, बजरंग पुनिया का डोप टेस्ट से इनकार, बाल विवाह मुक्त भारत अभियान, और कोच्चि में समुद्री खोज और बचाव अभ्यास SAREX-24 जैसी घटनाएँ भी चर्चा का विषय रही हैं। इसके साथ ही, IGF ME&A 2024 के आयोजन में भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका के नेताओं ने सहयोग पर चर्चा की और IIT हैदराबाद और निकोन इंडिया ने पहला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) लॉन्च किया। ये घटनाएँ भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति, समृद्धि और सहयोग की दिशा में अहम कदम साबित हो रही हैं।
Daily Current Affairs in Hindi (28 November 2024)
1. विश्व मत्स्य दिवस पर केरल सर्वश्रेष्ठ समुद्री राज्य, कोल्लम सर्वश्रेष्ठ जिला चुना गया।
विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर केंद्रीय मत्स्य मंत्रालय द्वारा दिए गए पुरस्कारों में केरल को सर्वश्रेष्ठ समुद्री राज्य और कोल्लम को सर्वश्रेष्ठ समुद्री जिला चुना गया। यह सम्मान राज्य के मत्स्य क्षेत्र में किए गए व्यापक प्रयासों के लिए दिया गया है। केरल ने समुद्री मछली उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि की है और मछुआरों और मत्स्य क्षेत्र के विकास के लिए अनूठी योजनाएँ शुरू की हैं। केंद्र सरकार की योजनाओं को पारदर्शिता और समय पर लागू करने में भी राज्य ने उत्कृष्टता दिखाई है। इस पुरस्कार को राज्य सरकार की सतत विकास, मछुआरा समुदायों के कल्याण, और नवाचारपूर्ण पहलों की प्रतिबद्धता का प्रतीक माना जा रहा है। यह सम्मान सरकार द्वारा समुद्री तटों के गरीब मछुआरों को सामाजिक विकास और समावेशन में शामिल करने के लिए उठाए गए कदमों की मान्यता है। इन प्रयासों ने न केवल केरल को बल्कि पूरे देश में मछुआरों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया है।
2. काज़ीरंगा में 12वें अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मेला का शुभारंभ, उत्तर-पूर्वी पर्यटन को बढ़ावा।
काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिज़र्व, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, में 12वें अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मेला का आयोजन किया गया। इस मेले का उद्घाटन केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। यह कार्यक्रम उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के पर्यटन क्षमता को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों के सामने प्रस्तुत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। यह मेला आठ उत्तर-पूर्वी राज्यों के पर्यटन व्यवसायों और उद्यमियों को साथ लाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। इसमें खरीददारों, विक्रेताओं, मीडिया और सरकारी एजेंसियों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। यह आयोजन इन आठ उत्तर-पूर्वी राज्यों में बारी-बारी से होता है और इस बार 400 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू टूर ऑपरेटर, होटल और होमस्टे मालिक, और पर्यटन सेवा प्रदाता शामिल थे। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य उत्तर-पूर्वी भारत के अनोखे सांस्कृतिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाना है।
3. भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम: शुक्रयान 2028, चंद्रयान-4, मंगल मिशन और स्वदेशी स्पेस स्टेशन योजनाएँ
भारत सरकार ने 2028 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अगले शुक्रयान मिशन, ‘शुक्रयान’, को मंजूरी दे दी है। यह मिशन शुक्र ग्रह की कक्षा में प्रवेश करेगा और उसकी संरचना व वातावरण का अध्ययन करेगा। चंद्रयान-3 की सफलता के बाद, अब चंद्रयान-4 पर काम हो रहा है, जो भारत और जापान का संयुक्त मिशन होगा। इसका लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव (90° दक्षिण अक्षांश) पर सटीक लैंडिंग करना है। इस मिशन में 350 किलोग्राम का भारी रोवर होगा, जो अपने पूर्ववर्ती से 12 गुना बड़ा है। हालांकि, इसे अभी पूर्ण मंजूरी नहीं मिली है। इसरो अपने मौसम और संचार उपग्रहों को उन्नत करने पर भी काम कर रहा है, जिसमें इनसैट-4 सीरीज़ के हिस्से के रूप में नए सेंसर और सैटेलाइट लॉन्च शामिल हैं। मंगल मिशन के तहत, इसरो मंगल की कक्षा में सैटेलाइट भेजने के साथ-साथ उसकी सतह पर लैंडिंग की योजना बना रहा है। गगनयान मिशन के तहत, अगले दो वर्षों में पहला मानवरहित मिशन और उसके बाद मानवयुक्त उड़ान शुरू होगी। इसके अलावा, भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन 2035 तक तैयार होगा, जिसमें पांच मॉड्यूल होंगे। पहला मॉड्यूल 2028 में लॉन्च होगा।
4. राष्ट्रपति मुर्मू ने मैथिली और संस्कृत में संविधान के संस्करण जारी किए, 75वीं वर्षगांठ समारोह।
26 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मैथिली और संस्कृत भाषाओं में संविधान के संस्करण जारी किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान एक जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज है, जिसने हमें सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम बनाया है। यह कार्यक्रम संविधान के 75वें वर्षगांठ समारोह की शुरुआत का प्रतीक था। राष्ट्रपति ने संविधान निर्माण में संविधान सभा की 15 महिला सदस्यों के योगदान को भी याद किया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान पर आधारित तीन पुस्तकों का विमोचन किया। इन पुस्तकों के नाम हैं “द मेकिंग ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया: ए ग्लिंप्स”, “मेकिंग ऑफ द कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया एंड इट्स ग्लोरियस जर्नी”, और संविधान कला को समर्पित एक पुस्तिका। 2024 में संविधान को अंगीकृत करने की 75वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी, जो 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। कार्यक्रम में संसद के दोनों सदनों के गणमान्य लोगों ने भी भाग लिया।
5. इज़राइल-हेज़बोल्लाह संघर्षविराम लागू, दक्षिण लेबनान से सेना वापसी और नई तैनाती शुरू।
इज़राइल और ईरान समर्थित हेज़बोल्लाह के बीच संघर्षविराम समझौता लागू हो गया है। इज़राइल की सुरक्षा कैबिनेट ने इस समझौते को मंजूरी दी, जिससे लेबनान में जारी संघर्ष खत्म करने का रास्ता साफ हो गया है। इस संघर्षविराम में अमेरिका ने अहम भूमिका निभाई। समझौते के तहत, इज़राइली सेना दक्षिण लेबनान से वापस लौटेगी और लेबनान की सेना उस क्षेत्र में तैनात की जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हेज़बोल्लाह अपनी संरचना फिर से न बनाए, लेबनान की सेना इज़राइल की सीमा के पास नियंत्रण संभालेगी। इस समझौते के अनुसार, लेबनान की सेना लगभग 5,000 सैनिकों को दक्षिणी क्षेत्र में तैनात करेगी। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिक, लेबनान की सेना और एक बहुराष्ट्रीय समिति हेज़बोल्लाह की गतिविधियों पर निगरानी रखेंगे। इस कदम का उद्देश्य क्षेत्र में स्थिरता लाना और भविष्य में हिंसा को रोकना है।
6. बजरंग पुनिया डोप टेस्ट से इनकार पर नाडा ने चार साल के लिए किया निलंबित।
भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने चार साल के लिए निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई तब हुई जब बजरंग ने डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिया। निलंबन के तहत बजरंग अब अगले चार साल तक किसी भी प्रतिस्पर्धी कुश्ती में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। नाडा ने यह भी स्पष्ट किया कि निलंबन की अवधि 23 अप्रैल, 2024 से शुरू होगी। बजरंग पुनिया ने हालांकि इस निलंबन को लेकर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी सैंपल देने से सीधे इनकार नहीं किया था। उनका दावा है कि उन्होंने केवल यह स्पष्टीकरण मांगा था कि दिसंबर 2023 में हुए पिछले टेस्ट में समाप्ति की तारीख वाले डोपिंग किट का उपयोग क्यों किया गया था। इस घटना ने भारतीय कुश्ती जगत में खलबली मचा दी है, क्योंकि बजरंग भारत के सबसे सफल और सम्मानित पहलवानों में से एक माने जाते हैं। नाडा की यह कार्रवाई डोपिंग पर सख्त रुख को दर्शाती है, लेकिन यह मामला खिलाड़ियों के अधिकारों और प्रक्रियाओं की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाता है।
7. बाल विवाह मुक्त भारत अभियान नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने किया लॉन्च
27 नवंबर को नई दिल्ली में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ राष्ट्रीय अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को बाल विवाह से मुक्त राष्ट्र बनाना है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने ‘चाइल्ड मैरिज फ्री इंडिया पोर्टल’ का उद्घाटन किया। यह ऑनलाइन पोर्टल बाल विवाह के मामलों की रिपोर्टिंग, जागरूकता बढ़ाने और उन्हें रोकने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को शुरू की गई प्रमुख योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की सफलता से प्रेरित है। इस योजना ने समाज में बेटियों के प्रति व्यवहार और सोच में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का मुख्य ध्यान बाल विवाह को समाप्त करने पर होगा, जो लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा, कौशल और उद्यमशीलता के माध्यम से सशक्त बनाने और भारत के विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगा। भारत ने बाल मृत्यु दर घटाने, जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार और लड़कियों के स्कूल नामांकन में वृद्धि जैसे क्षेत्रों में प्रगति की है। फिर भी, बाल विवाह की बुरी प्रथा आज भी जारी है। वर्तमान में, हर 5 में से 1 लड़की 18 वर्ष से पहले विवाह कर लेती है, जो मानव अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है।
8. कोच्चि में 28-29 नवंबर को ICG द्वारा सबसे बड़ा राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव अभ्यास SAREX-24।
28 से 29 नवंबर के बीच भारतीय तटरक्षक (ICG) कोच्चि में SAREX-24, अब तक का सबसे बड़ा राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव अभ्यास आयोजित करेगा। इस आयोजन के साथ-साथ 22वीं राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव (NMSAR) बोर्ड की बैठक भी होगी। SAREX-24 का विषय “क्षेत्रीय सहयोग के माध्यम से खोज और बचाव (SAR) क्षमताओं को बढ़ाना” है। इस अभ्यास में लाइव सिमुलेशन शामिल होंगे, जो खोज और बचाव मिशन के लिए आवश्यक क्षमताओं को सुधारने पर केंद्रित होंगे। यह न केवल SAR क्षमताओं को मजबूत करेगा बल्कि भागीदार देशों के साथ SAR संबंधों को भी बेहतर बनाएगा। इस आयोजन में 40 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक भाग लेंगे, जो भारत की समुद्री सुरक्षा में परिचालन तैयारियों को बढ़ाने और क्षेत्रीय समन्वय को मजबूत करने के योगदान को उजागर करेंगे। SAREX-24 से क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा में सहयोग और सुधार की दिशा में एक नया आयाम जोड़ा जाएगा।
9. दुबई में शुरू हुआ IGF ME&A 2024, भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका के नेताओं ने किया सहयोग पर चर्चा
25 नवंबर को दुबई में इंडिया ग्लोबल फोरम (IGF) का फ्लैगशिप कार्यक्रम ME&A 2024 शुरू हुआ। “लिमिटलेस होराइज़न्स” थीम के तहत आयोजित इस दो दिवसीय फोरम ने भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका के नेताओं को एक मंच पर लाकर तकनीक, वित्त, सतत विकास और नवाचार जैसे अहम क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया। फोरम में 200 से अधिक वक्ताओं और 1,000 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम ने भारत और UAE के बीच संबंधों में आई प्रगति को भी उजागर किया, जिसमें हाल ही में संपन्न द्विपक्षीय निवेश संधि और ऐतिहासिक सिविल न्यूक्लियर सहयोग समझौता शामिल है। 2023 और 2024 में भारत और UAE के बीच $83.65 बिलियन का द्विपक्षीय व्यापार हुआ, जिससे UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया। IGF ME&A 2024 में सतत विकास, डिजिटल परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। यह फोरम आधुनिक भारत की परिवर्तनशील यात्रा को दर्शाने और वैश्विक सहयोग बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
10. IIT हैदराबाद और निकोन इंडिया ने पहला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) लॉन्च किया।
IIT हैदराबाद और निकोन इंडिया ने मिलकर अपने पहले सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) का उद्घाटन किया है। यह CoE IIT हैदराबाद के परिसर में स्थित है और इसका उद्देश्य देशभर में प्रशिक्षुओं, आने वाले शोधकर्ताओं और सहयोगियों को उन्नत इमेजिंग तकनीकों का प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह सहयोग IIT हैदराबाद के शोधकर्ताओं और निकोन इंडिया की टीम के बीच एक मजबूत साझेदारी का निर्माण करेगा। निकोन इंडिया, जो कि निकोन कॉर्पोरेशन की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी है, अपने इस CoE के माध्यम से अत्याधुनिक इमेजिंग उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। इस सेंटर में एक कॉन्फोकल माइक्रोस्कोप सिस्टम AX R जैसी अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो इमेजिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को नवीनतम और अत्याधुनिक इमेजिंग तकनीकों से सुसज्जित किया गया है, जो शोध और विकास के लिए एक उत्कृष्ट प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा। इस पहल से न केवल IIT हैदराबाद बल्कि पूरे देश के शोधकर्ता और वैज्ञानिक लाभान्वित होंगे।
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